करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम् ।
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मारामि ॥१॥

करारविन्देन – with lotus like soft hands (ए व, त्रि वि, अकारान्त)
पदारविन्दम् – lotus like soft foot (ए व, द्वि वि, अकारान्त)
मुखारविन्दे – at the lotus like soft mouth (ए व, स वि, अकारान्त)
विनिवेशयन्तम् – Male person who is doing action of inserting (ए व, द्वि व, प्रातिपदिकम् – विनिवेशयत्, तकारान्त, शतृ प्रत्ययरूपम्)
वटस्य – of Banyan tree (ए व, पु लि, ष वि, अकारान्त)
पत्रस्य – of leaf (ए व, न लि, ष वि, अकारान्त)
पुटे – at fold (ए व, पु लि, स वि, अकारान्त)
शयानम् – Male person who is lying doing (ए व, द्वि वि, अकारान्त, शानच् प्रत्ययरूपम्)
बालम् – little boy (ए व, द्वि वि, अकारान्त)
मुकुन्दम् – Sri Krishna (ए व, द्वि वि, अकारान्त)
मनसा – with complete mind (ए व, त्रि वि, सकारान्त, प्रातिपदिकम् – मनस्)
स्मरामि – I remember (स्मृ धातोः लट्लकारैकवचनोत्तमपुरुषरूपम्)

I remember heartly the boy Mukunda who is lying down on banyan tree leaf fold and is putting his lotus like soft foot at his lotus like soft mouth with his lotus like soft hands.

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव।
जिह्वे पिबस्वामृतमेतदेव गोविन्द दामोदर माधवेति।

श्रीकृष्ण गोविनद हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेव।
जिह्वे पिब स्व अमृतम् एतत् एव गोविन्द दामोदर माधव इति।

श्रीकृष्ण – O Sri Krishan (अकारान्त, ए व, सम् वि)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, ए व, सम् वि)
हरे – O Hari (इकारान्त, ए व, सम् वि)
मुरारे – O enemy of Mura (इकारान्त, ए व, सम् वि)
हे – Hey (अव्ययम्)
नाथ – O lord (अकारान्त, ए व, सम् वि)
नारायण – O Narayana (अकारान्त, ए व, सम् वि)
वासुदेव – O son of vasudeva (अकारान्त, ए व, सम् वि)
जिह्वे – at tongue (अकरान्त, ए व, सम् वि)
पिब – drink (पी धातोः लोट्लकारैकवचनमद्धयमपुरुषरूपम्)
स्वामृतम् – nector (अकारान्त, ए व, न लि, द्वि वि)
एतत् – this (तकारान्त, ए व, न लि, द्वि वि)
एव – certainly (अव्ययम्)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, ए व, सम् वि)
दामोदर – O god with garland at waist (Krishna) (अकारान्त, ए व, सम् वि)
माधव – O decendant of Madhu (अकारान्त, ए व, सम् वि)
इति – thus (अव्ययम्)

Hey my tongue, drink nector thus pronouncing “O Krishna, Govinda, Hari, Enemy of Mura, Lord, Narayana, Son of Vasudeva, God with garland at waist, Decendant of Madhu”

विक्रेतुकामाखिल गोपकन्या मुरारिपादर्पितचित्तवृत्तिः।
दध्यादिकं मोहवशादवोचद् गोविन्द दामोदर माधवेति।।

विक्रेतुकामा – Gopi who is desired to sell (आकारान्त, स्त्री, ए व, प्र वि)
गोपकन्या – Young Gopi (आकारान्त, स्त्री, ए व, प्र वि)
मुरारिपादर्पितचित्तवृत्तिः – A heart completely surrendered at the feet of Murari (इकारान्त, स्त्री, ए व, प्र वि)
दध्यादिकम् – Curd, Milk, etc.. (अकारान्त, न लि, ए व, द्वि वि)
मोहवशात् – with Moha (अकारान्त, न लि, ए व, प वि)
अवोचत् – told (वच् धातोः लुङ्लकारैकवचनप्रथमपरुषरूपम्)
गोविनद – O Govinda (अकारान्त, पु लि, ए व, सम् वि)
दामोदर – O god with garland at waist (अकारान्त, पु लि, ए व, सम् वि)
माधव – O decendant of Madhu (अकारान्त, पु लि, ए व, सम् वि)
इति – thus (अव्ययम्)

A young gopi who is surrendered at feet of Murari and is desired to sell Curd Milk etc.. told ‘O Govinda, O Dhamodara, O Madhava’ instead of selling Curd and milk.

गृहे गृहे गोपवधूकदम्बः सर्वे मिलित्वा समवाप्य योगम्।
पुण्याणि नामानि पठन्ति नित्यम् गोविन्द दामोदर माधवेति।।

गृहे गृहे – at every house (अकारान्त, न लि, स वि, ए व)
गोपवधूकदम्बः – Young gopi group (अकारान्त, पु लि, प्र वि, ए व)
सर्वे – all (सर्व शब्द पु लि, ब व, प्र वि)
मिलित्वा – meet (मिल धातोः क्त्वा प्रत्ययरूपम् – अव्ययम्)
समवाप्य – assembled (आप् धातोः ल्यप् प्रत्ययरूपम् – अव्ययम्)
योगम् – together
पुण्याणि – Punya (अकारान्त, न लि, ब व, द्वि व)
नामानि – names (नकारान्त, न लि, ब व, द्वि व)
पठन्ति – read (पठ् धातोः लट्लकारबहुवचनप्रथमपरुषरूपम्)
नित्यम् – Always (अव्ययम्)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
दामोदर – O Dhamodara (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
माधव – O Madhava (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
इति – thus (अव्ययम्)

At every house, group of young gopis all meet together and read punya names like ‘O Govinda, O Dhamodara, O Madhava’.

सुखं शयाना निलये निजेऽपि नामानि विष्णोः प्रवदन्ति मर्त्याः।
ते निश्चितं तन्मयतां व्रजन्ति गोविन्द दामोदर माधवेति।।

सुखम् – comfortably (अव्ययम्)
शयानाः – seated (अकारान्त, ब व, प्र वि, पु लि)
निलये – at home (अकारान्त, पु लि, ए व, स वि)
निजे – in real (अकारान्त, पु लि, ए व, स वि)
प्रवदन्ति – tell (वद् धातोः प्र पु, ब व, ल ल)
मर्त्याः – humans (अकारान्त, पु लि, ब व, प्र वि)
ते – they (तकारान्त, पु लि, ब व, प्र वि)
निश्चितं – definitely (अकारान्त, क्त प्रत्ययरूपम्)
तन्मयतां – being absorbed (आकारान्त, द्वि वि, ए व, स्त्री लि)
व्रजन्ति – Move towards (व्रज धातोः ल ल, प्र पु, ब व)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
दामोदर – O Dhamodara (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
माधव – O Madhava (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
इति – thus (अव्ययम्)

People who comfortably seated at home tell names of Vishnu thus ‘O Govinda, O Dhamodara, O Madhava’ will definitely attain liberation similar

जिह्वे सदैवं भज सुन्दराणि नामानि कृष्णस्य मनोहराणि।
समस्त-भक्तार्तिविनाशनानि गोविन्द दामोदर माधवेति।।

जिह्वे – O tongue (अकरान्त, ए व, सम् वि)
सदा – always (अव्ययम्)
एवम् – like this (अव्ययम्)
भज – pray (भज् धातोः लो ल, म पु, ए व)
सुन्दराणि – beautiful (अकारान्त, न लि, ब व, द्वि वि)
कृष्णस्य – of krishna (अकारान्त, पु लि, ए व, ष वि)
मनोहराणि – enchanting (अकारान्त, न लि, ब व, द्वि वि)
समस्तभक्तार्तिविनाशनानि – Devotee obstacle destroyers (अकारान्त, न लि, ब व, द्वि वि)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
दामोदर – O Dhamodara (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
माधव – O Madhava (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
इति – thus (अव्ययम्)

O my tongue, Always pray devotee obstacle destroying beautiful names of krishna like ‘O Govinda, O Dhamodara, O Madhava’

सुखावसाने इदमेव सारं दुःखावसाने इदमेव ज्ञेयम्।
देहावसाने इदमेव जाप्यं गोविन्द दामोदर माधवेति।।

सुखावसने – At the end of happiness (अकारान्त, न लि, ए व, स वि)
इदम् – this (सकारान्त, न लि, ए व, प्र वि)
एव – certainly (अव्ययम्)
दुःखावसने – At the end of sarrows (अकारान्त, न लि, ए व, स वि)
ज्ञेयम् – to be sung (अकारान्त, न लि, ए व, प्र वि)
देहावसाने – at the end of body (death) (अकारान्त, न लि, ए व, स वि)
जाप्यम् – to be chanted (अकारान्त, न लि, ए व, प्र वि)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
दामोदर – O Dhamodara (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
माधव – O Madhava (अकारान्त, सम् वि, ए व, पु लि)
इति – thus (अव्ययम्)

At the end of materialisting happiness this is the essense, at the end of sarrows this is the song, at the end of body (death) this is the chant. ‘O Govinda, O Dhamodara, O Madhava’

श्रीकृष्ण राधावर गोकुलेश गोपाल गोवर्धननाथ विष्णो।
जिह्वे पिबस्वामृतमेतदेव गोविन्द दामोदर माधवेति।।

श्रीकृष्ण – O Sri Krishna (अकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
राधावर – O Radavara (Husband of Radha) (अकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
गोकुलेश – O Gokula Isha (अकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
गोपाल – O Gopala (अकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
गोवर्धननाथ – O lord of govardana (अकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
विष्णो – O Vishnu (उकारान्त, पु लि, सम् वि, ए व)
जिह्वे – at tongue (अकरान्त, ए व, सम् वि)
पिब – drink (पी धातोः लोट्लकारैकवचनमद्धयमपुरुषरूपम्)
स्वामृतम् – nector (अकारान्त, ए व, न लि, द्वि वि)
एतत् – this (तकारान्त, ए व, न लि, द्वि वि)
एव – certainly (अव्ययम्)
गोविन्द – O Govinda (अकारान्त, ए व, सम् वि)
दामोदर – O god with garland at waist (Krishna) (अकारान्त, ए व, सम् वि)
माधव – O decendant of Madhu (अकारान्त, ए व, सम् वि)
इति – thus (अव्ययम्)

Hey my tongue, drink nector thus pronouncing “O Krishna, Radavara, Gokulesha, Gopala, lord of Govardana, Vishnu, Govinda, Dhamodara, Madhava”