नास्ति धेनुसमं दुग्धं नास्ति गंगासमं जलम्।
नास्ति गीतासमं ज्ञानं न भाषा
संस्कृतं समा।।

 

गाय के समान शुद्ध दूध नहीं है।गंगा के समान शुद्ध जल नहीं है।गीता के समान शुद्ध ज्ञान नहीं है तथा संस्कृत के समान शुद्ध भाषा नहीं है।